मुख्यमंत्री यादव ने शिवराज सिंह की परंपरा पर लगाया ब्रेक, कहा - मप्र गान-राष्ट्रगान के बराबर नहीं हो सकता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश सिविल सेवा के चयनित 559 अधिकारियों को दिए नियुक्ति पत्र
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के युवाओं के रोजगार देने के विजन को मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में साकार किया जा रहा है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को यहां रवींद्र भवन में आयोजित भव्य समारोह में मध्यप्रदेश सिविल सेवा परीक्षा-2019 एवं 2020 में चयनित 559 अधिकारियों ने नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों से सुशासन पर से सीधा संवाद भी किया।
मप्र गान राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत के बराबरी नहीं
इससे पहले मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की बनाई गई परंपरा पर ब्रेक लगा दिया। शिवराज ने मध्यप्रदेश के स्थापना दिवस के मौके पर यह ऐलान किया था कि मध्यप्रदेश गान को राष्ट्रगान की तरह सम्मान दिया जाएगा। आज के कार्यक्रम में मध्यप्रदेश गान के वक्त अधिकारी खड़े हुए, लेकिन मुख्यमंत्री ने उन्हें बैठने का इशारा किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान, राष्ट्रगीत की बराबरी पर मध्यप्रदेश गान या दूसरे गीत नहीं हो सकते।
लोकसेवक कार्य को गंभीरता से करें
मुख्यमंत्री डॉ. यादव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान का युग विज्ञान और नई टेक्नोलॉजी का है, इसका हम अधिक से अधिक उपयोग करें। इससे पारदर्शिता के साथ-साथ हमारी दक्षता भी बढ़ेगी। आपके सामने सबसे बड़ी चुनौती, चुनौतियों से पार पाकर उनका समाधान निकालने की होगी। मुझे पूरा विश्वास है कि आप अपनी मेहनत और लगन से इस दिशा में भी आगे बढ़ेंगे।
कार्यक्रम में चयनित अधिकारियों ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव से सवाल किए, जिसके उन्होंने जवाब दिए। सिविल सेवा परीक्षा में चयनित बेटी आयुषी के लोकसेवा के संदर्भ में किए गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि "लोकसेवक कार्य को गंभीरता से करें, अहंकार न पालें, और प्रयास करें कि आम लोगों की समस्याओं का निराकरण समयसीमा के भीतर हो।"
सिविल सेवा परीक्षा 2019 में नायब तहसीलदार के पद पर चयनित प्रकाश कुमार उपाध्याय द्वारा किए गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आपको जो भी कार्य मिला है उसे पूरी कर्मठता और ईमानदारी के साथ करें। यहीं रुकना नहीं है, मंजिल अभी बाकी है। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि जीवन में मित्रों का बहुत महत्व होता है। अच्छे मित्रों का चयन करो और फिर उनके साथ जीवनभर जुड़े रहो। कार्यक्रम में मध्यप्रदेश सिविल सेवा के वर्ष 2019 एवं वर्ष 2020 के लिये चयनित अभ्यर्थियों को राज्य सरकार के विकास विजन से परिचित कराया गया।