प्राप्त जानकारी के अनुसार क्राइम ब्रांच में आरक्षक के पद पर पदस्थ राहुल गुरू न्यू जेल रोड पर परिवार के साथ रहते हैं। उनकी बेटी श्रुति 12 वीं में पढ़ती है। श्रुति को स्कूल जाने-आने के लिए दो माह पहले उन्होंने करोंद स्थित काया कंपनी के शोरूम से 89 हजार रुपये कीमत की स्कूटर फाइनेंस कराई थी। किश्तों में जिसकी कीमत करीब एक लाख रुपये पड़ी थी। राहुल गुरु ने बताया कि उनके मकान के नीचे के कमरे में माता–पिता रहते है। पहली मंजिल पर वह अपने परिवार के साथ रहते हैं। शनिवार रात को करीब 10:30 बजे मकान के बरामदे में खड़ी स्कूटर को चार्जिंग पर लगा दिया था। रात करीब 11:15 बजे अचानक तेज धमाका हुआ। उन्होंने बाहर आकर देखा तो पाया कि स्कूटर आग का गोला बन चुका था । आग की लपटें इतनी तेज थीं, कि माता-पिता अपने कमरे में फंसकर रह गए। आग के कारण वह सीढि़यों से भी नहीं उतर पा रहे थे। यह स्थिति लगभग 20 मिनट तक बनी रही। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड भी आ गई थी, लेकिन तब तक स्कूटर का सिर्फ चेसिस ही बचा था। आग से बिजली का स्विच बोर्ड भी जल गया।