बिजली कंपनी ने बेरोजगारों को दिया जोर का झटका: बिजली कंपनी तृतीय और चतृर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए वसूल रही 1200 रुपए परीक्षा शुल्क…
देश के इतिहास में सबसे ज्यादा फीस, कर्मचारी चयन बोर्ड से दोगुना
विशेष संवाददाता, भोपाल। प्रदेश में आमतौर पर बिजली कंपनियों पर उपभोक्ताओं को ज्यादा बिल देकर जोर का झटका देने के आरोप लगते रहते हैं। अब मप्र ऊर्जा विभाग के उपक्रम पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी ने तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के 2573 पदों पर भर्ती के लिए बेरोजगारों (अनारक्षित) से 1200 रुपए प्रति आवेदन परीक्षा शुल्क वसूलकर जोर का झटका दे दिया है।
खास बात यह है कि तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिए यह शुल्क प्रदेश के इतिहास में अब तक सबसे ज्यादा है। इससे पहले कभी किसी भी भर्ती एजेंसी ने इन पदों के लिए इतना ज्यादा परीक्षा शुल्क नहीं वसूला है।
पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी द्वारा ऊर्जा विभाग की सभी 6 बिजली कंपनियों, जिनमें पूर्व क्षेत्र, पश्चिम क्षेत्र, पश्चिम मध्य, पॉवर जनरेटिंग कंपनी, पॉवर मैनेजमेंट कंपनी और पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड में तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के खाली पड़े 2573 पदों पर भर्ती के लिए दो दिन पहले विज्ञापन जारी किया था।
पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 24 दिसंबर निर्धारित है, लेकिन परीक्षा कब आयोजित होगी और परीक्षा का सिलेबस क्या रहेगा, यह अभी तय नहीं है। ऐसे में भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। जबकि मप्र सरकार की अन्य भर्ती एजेंसी कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा भर्ती परीक्षा के साथ ही आवेदन से लेकर परीक्षा एवं परिणाम की तिथि तक बताई जाती है।
परीक्षा शुल्क से ही करोड़ों की होगी वसूली
परीक्षा शुल्क से पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी के माध्यम से परीक्षा आयोजित कराने वाली निजी एजेंसी एमपी ऑनलाइन करोड़ों रुपए की कमाई कर लेगी। बिजली कंपनी ने अनारक्षित श्रेणी के लिए 1200 रुपए और आरक्षित श्रेणी के लिए 600 रुपए परीक्षा शुल्क रखा है।
प्रदेश के इतिहास में किसी भी सरकार ने तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों लिए बेराजगारों से इतना शुल्क नहीं लिया है। मप्र सरकार के ज्यादातर विभागों के लिए भर्ती परीक्षा का आयोजन कर्मचारी चयन बोर्ड (ईएसबी) द्वारा कराया जाता है।
सामान्य परीक्षाओं के लिए ईएसबी के पास 1 पद के विरुद्ध औसतन 100 आवेदन आते हैं। (कुछ परीक्षाओं में यह संख्या कम या ज्यादा हो जाती है। ) ऐसे में बिजली कंपनी के पास 2.50 लाख से ज्यादा आवेदन पहुंच सकते हैं। जिनसे कंपनी को 15 से 20 करोड़ की फीस मिल सकती है। जबकि पूरी परीक्षा ऑनलाइन होना है।
इनका कहना है...
परीक्षा शुल्क कोई ज्यादा नहीं है। पूर्व में भी विभाग ने जो भर्तियां की थी, उनमें इतना ही शुल्क लिया था। कर्मचारी चयन बोर्ड या अन्य एजेंसी कितना परीक्षा शुल्क लेती हैं, इसकी जानकारी नहीं है।
- श्रीमती रजनी सिंह, प्रबंध संचालक मप्र पश्चिम क्षेत्र बिजली कंपनी