हिंदू गांव पर सियासी संग्राम: धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू गावं बसाने के अभियान के बाद कांग्रेस नेता अब्बास हफीज ने भी किया ऐलान…

भोपाल: मध्य प्रदेश में 'हिंदू गांव' बसाने की योजना पर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा 'गांव-गांव, घर-घर जोड़ो सनातन अभियान' की शुरुआत के बाद, अब कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने इस मुद्दे को संविधान के दायरे में रखते हुए पलटवार किया है।
उन्होंने मांग की कि अगर हिंदू गांव बसाने की बात हो रही है, तो मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के लिए भी ऐसे गांव बसाए जाएं।
धीरेंद्र शास्त्री का अभियान क्या है?
बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से घोषणा की थी कि अप्रैल से एक नई मुहिम शुरू की जाएगी। इसे ‘गांव-गांव, घर-घर जोड़ो सनातन अभियान’ नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत हिंदू राष्ट्र की अवधारणा को मजबूत करने के लिए देशभर में हिंदू गांव बसाने की योजना बनाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए यह जरूरी है कि गांव, जिला और राज्य को पहले बदला जाए। इस अभियान के तहत ‘सुंदरकांड मंडल बागेश्वर धाम’ नामक प्रकल्प शुरू किया जाएगा, जो ग्रामीण स्तर पर सनातन धर्म को सशक्त करेगा।
इसमें पुराने और जर्जर मंदिरों का जीर्णोद्धार, धार्मिक गतिविधियों का विस्तार और समाज को जातिवाद और छुआछूत से ऊपर उठाने की दिशा में कार्य किए जाएंगे।
अब्बास हफीज का बयान: हर धर्म के लिए अलग गांव?
धीरेंद्र शास्त्री की इस घोषणा के बाद कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने इसे संविधान विरोधी बताते हुए प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
"अगर हिंदू गांव बनाया जा सकता है, तो संविधान के मुताबिक मुस्लिम, सिख और ईसाई गांव भी बसने चाहिए। बीजेपी विधायक इसे सिर्फ हिंदू-मुस्लिम मुद्दे तक सीमित न रखें, बल्कि सभी धर्मों को समान अधिकार मिलना चाहिए।"