भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बड़ा निर्णय लिया है। उन्होंने 1 जुलाई से स्कूल ना खोलने के निर्देश दिए है। ऑनलाइन और टीवी के माध्यम से ही पढ़ाई की व्यवस्था जारी रहेगी। स्कूल खोलने के महत्वपूर्ण निर्णय के संबंध में केंद्र सहित अन्य राज्यों और विशेषज्ञों से चर्चा कर निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सोमवार को प्रदेश में शासकीय और निजी शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों में कोरोना के दौरान भविष्य की रणनीति के संबंध में गठित मंत्री समूह की अनुशंसाओं पर मंत्रालय में चर्चा कर रहे थे। खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया वर्चुअली शामिल हुईं। बैठक में जनजातीय कार्य तथा अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंदर सिंह परमार और आयुष राज्य मंत्री रामकिशोर कावरे उपस्थित थे। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा रश्मि अरुण शमी द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया।
शैक्षणिक गतिविधियों के लिए दूरदर्शन का सहयोग -
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में ऑनलाइन और हाईब्रिड आधार पर अर्थात वाट्सएप और डिजिटल संसाधनों और टीवी आदि के माध्यम से भी शैक्षणिक गतिविधियाँ जारी रहें। क्लस्टर स्तर पर टीवी उपलब्ध कराने और शाला स्तर पर डिवाइज पूल बनाने जैसी गतिविधियाँ संचालित की जाएँ। जनजातीय क्षेत्रों में शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन में दूरदर्शन से सहयोग लिया जाएगा।
शिक्षण संस्थाओं को बनाया जाएगा कोरोना सेफ
मंत्री समूह द्वारा नवीन शैक्षणिक सत्र में संस्थाएँ खोले जाने के संबंध में सभी हितग्राहियों जैसे विद्यार्थी, पालक, संस्था प्रमुख, शिक्षकों और आम नागरिकों से सुझाव प्राप्त कर अनुशंसाएँ प्रस्तुत की गईं। प्राप्त अनुशंसाओं के अनुसार शिक्षकों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण कराया जाएगा। शैक्षणिक संस्थाओं में कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के उपायों पर विशेष प्रशिक्षण आयोजित किए जाएंगे। शिक्षण संस्थाओं को कोरोना सेफ बनाने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ विकसित की जाएंगी।