मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री ने गिनाईं सरकार की एक साल की उपलब्धियां, बोले - मप्र से साकार होगा अटलजी का नदी जोड़ने का सपना…
भोपाल, विशेष संवाददाता। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने नदी जोड़ो की कल्पना की थी। नदी जोड़ो उनका अपना विराट दर्शन था। स्व. अटल जी की जयंती के अवसर पर छतरपुर में 25 दिसम्बर को दोपहर 1 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केन-बेतवा परियोजना का भूमिपूजन करेंगे।
मप्र और उप्र के बीच की इस परियोजना के माध्यम से स्व. अटलजी के नदियों को जोड़ने के अभियान का सपना साकार होगा। यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में राज्य सरकार के एक वर्ष होने के उपलक्ष्य में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।
पत्रकारवार्ता में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद वीडी शर्मा, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेन्द्र शुक्ल, मप्र जनसंपर्क आयुक्त डॉ. सुदाम खाड़े एवं भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली मप्र की वर्तमान सरकार का एक साल 13 दिसम्बर को पूरा होगा। 11 दिसम्बर 2023 को भाजपा विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से उन्हें सत्तापक्ष का नेता चुना गया था।
केन-बेतवा के लिए केन्द्र सरकार देगी 90 प्रतिशत राशि
मुख्यमंत्री ने बताया कि केन-बेतवा परियोजना के लिए केवल 10 प्रतिशत राशि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की लगेगी। शेष 90 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार देगी। इसमें मप्र के 11 जिले और बाकी के उत्तर प्रदेश के जिले हैं। इससे कुल 10 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समय में यह प्रोजेक्ट हाथ में लिया गया था। लेकिन वन सहित अन्य विभागों में तालमेल की कमी से ये मामला अटक रहा था।
हमने इसको गंभीरता से आगे किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि 24 फरवरी 2025 को भोपाल में ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट होगी। इसमें प्रधानमंत्री मोदी जी स्वयं शामिल होंगे।
तीन नदियों के जुड़ने से 11 जिलों को होगा फायदा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि तीन नदियों पार्वती, काली सिंध, चंबल को जोड़ने का मामला राजस्थान में विरोधी विचारधारा की सरकार होने के चलते अटका हुआ था। लेकिन अब यह बाधा दूर हो गई है। इस परियोजना से उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के शिवपुरी से लेकर आगर-मालवा तक के 11 जिले शिवपुरी, गुना, सीहोर, देवास, उज्जैन, आगर, इंदौर, शाजापुर, मुरैना में स्थिति बदल जाएगी।
शिप्रा में सालभर प्रवाहित होगा साफ पानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर से निकलने वाली कान्ह नदी शिप्रा में आकर उसकी धारा को प्रभावित करती है। इंदौर के सीवर का पानी मिलने से उज्जैन का पानी गंदा हो जाता है। ऐसे में उज्जैन से 20 किलोमीटर पहले डक्ट के माध्यम से पूरी नदी को पलट कर गंभीर नदी की डाउन स्ट्रीम में स्थानांतरित करेंगे। 1980 के बाद से हम किसी भी सिंहस्थ में शिप्रा जी के जल से स्नान नहीं कर पाए। गंभीर नदी के पानी से स्नान कराया।
2016 के कुंभ में हमने नर्मदा जी के जल से स्नान कराया। लेकिन अब हमने शिप्रा जी के पानी से ही स्नान करने के लिए योजना बनाई है। वर्षा जल को संग्रहित करके सरवर खेड़ी डैम के आधार पर शिप्रा जी का पानी संरक्षित करेंगे, जिससे सालभर क्षिप्रा नदी में साफ पानी प्रवाहित हो सकेगा।
लाड़ली बहना योजना का मिला लाभ
लाड़ली बहना योजना में 1.29 करोड़ बहनों को जनवरी 2024 से अब तक 19 हजार 212 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का अंतरण किया गया। रक्षाबंधन पर बहनों को 250-250 रूपये अतिरिक्त राशि नेग के रूप में दी गई। प्रदेश की लगभग 26 लाख लाड़ली बहनों को 450 रुपये में गैस सिलेंडर की रीफिलिंग के लिए वर्ष 2024 में 715 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का अंतरण किया गया।
तुरंत एक्शन ले रही मोहन सरकार : सांसद शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, सांसद वीडी शर्मा ने कहा कि, एक साल पहले 13 दिसंबर को डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। सरकार के साथ भाजपा के संगठन ने प्रधानमंत्री मोदी की नीति और डबल इंजन की सरकार ने दोगुना काम किया है। मप्र की सरकार तुरंत एक्शन करने वाली सरकार है। महिला, किसान, गरीब, युवा इन चार वर्गों पर सरकार ने फोकस किया है। पीएमश्री एम्बुलेंस के माध्यम से सरकार ने संवेदनशीलता प्रदर्शित की है।
महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण, मप्र के समग्र विकास के लिए रीजनल इंडस्ट्री समिट की और स्थानीय उद्योगपतियों को अवसर देने की शुरुआत की है। मेट्रोपोलिटन सिटी डेवलप करने का प्रयास सरकार ने किया है। आने वाले समय में केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना जो अटल जी का सपना है भी जल्द पूरी होने वाली है।
प्रदर्शनी का किया उद्घाटन
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर परिसर में जनकल्याण एवं विकास प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में राज्य सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल की महत्वपूर्ण उपलब्धियां प्रदर्शित की गई हैं।
हाथियों के व्यवहार समझने असम जाएंगे अधिकारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राजधानी से सटे रातापानी के टाइगर रिजर्व बनने के बाद किसी टाइगर रिजर्व के सबसे करीब राजधानी भोपाल होगी। उन्होंने कहा कि मप्र में हाथी भी आ गए हैं। लेकिन हाथी के आक्रामक व्यवहार को समझने के लिए अधिकारियों के दल को असम सहित हाथी वाले अन्य राज्यों में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि हाथी सहित वन्य जीवों के व्यवहार को समझने वे स्वयं भी असम जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि अभ्यारण्यों और वन्य पार्कों के पास बचाव केन्द्र (रेस्क्यू सेंटर) भी बनाए जाएंगे।
- मुख्यमंत्री ने उपलब्धियों में यह भी बताया
- मप्र में दो तरह की एयर एंबुलेंस चल रही है। जहां हवाई पट्टी है वहां एयर एंबुलेंस और जहां हवाई पट्टी नहीं है वहां हेलीकॉप्टर से मरीजों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
- शपथ लेते ही हमने स्वास्थ्य मंत्रालय और चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय को एक किया।
- मप्र में 2003-04 में मेडीकल कॉलेजों की संख्या 5 थी। शासकीय और निजी मिलाकर अब 30 है। जन सहभागिता से 21 नए मेडीकल कॉलेज बनेंगे। इस तरह यह संख्या एक साल में 51 हो जाएगी।
- कुलपति का नाम बदलकर कुलगुरु किया।
- रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के माध्यम से हम ढाई लाख लोगों को नौकरियां देंगे। चार लाख करोड़ के निवेश से तीन लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।
- युवाओं के लिए 55 जिलों में पीएम एक्सीलेंस कॉलेज शुरू किए हैं। प्रत्येक कॉलेज में एक रुपये प्रतिदिन के हिसाब से छात्रों को बस सुविधा भी दी है।
- सभी जन कल्याणकारी योजनाएं, खासकर बहनों की योजनाओं को आगे बढ़ाते रहेंगे।
- महिला उद्यमियों को 850 एमएसएमई इकाइयों में 275 करोड़ की राशि का डीबीटी से अंतरण किया।
- 2025 का पूरा साल उद्योग वर्ष के रूप में मनाने का फैसला किया है। अब जिला स्तर पर औद्योगिक समिति बनाने जा रहे हैं।