मऊगंज और मंडला मामले पर विधानसभा में हंगामा: विपक्ष ने सदन में नारेबाजी कर किया बहिर्गमन…

Update: 2025-03-17 15:35 GMT

विशेष संवाददाता, भोपाल: कांग्रेस ने सोमवार को विधानसभा में मऊगंज में एएसआई की हत्या और मंडला में विगत दिनों हुई नक्सली मुठभेड़ को फर्जी व निर्दोष की हत्या बताकर हंगामा किया। विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने सदन में इस पर अलग से चर्चा की मांग की। चर्चा की अनुमति नहीं मिलने पर विपक्ष ने हंगामा किया और नारेबाजी करते हुए सदन से बहिर्गमन भी किया।

विगत 9 मार्च को मंडला में हुई नक्सली मुठभेड़ का मामला कांग्रेस विधायक ओमकार मरकाम ने उठते हुए आरोप लगाया कि पुलिस ने एक जनजातीय युवक की हत्या की है। परिजनों का कहना है कि मृतक युवक मानसिक रूप से कमजोर था और मजदूरी करता था।

कांग्रेस विधायकों ने इस मामले में चर्चा न किए जाने का विरोध करते हुए सदन में हंगामा किया। उन्होंने कहा कि सरकार मुठभेड़ की निष्पक्ष जांच नहीं करा रही है। विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने स्पष्ट किया कि इस मामले पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव आया है। सदन नियम प्रक्रिया के अनुसार चलेगा।

सरकार का जवाब आने के बाद ही इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। हालांकि चर्चा नहीं कराए जाने पर कांग्रेस विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन की कार्यवाही का बहिष्कार किया।

अजय सिंह बोले समदड़िया नगर रख दें रीवा का नाम

सतना शहर के मध्य पॉलीटेक्निक की 8 लाख 91 हजार 500 वर्गफीट जमीन समदड़िया बिल्डर को निविदा ऑफर मूल्य से बहुत कम कीमत कुल 1368 रुपये प्रति वर्गफीट की दर पर दिए जाने का मामला कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने सोमवार के विधानसभा में उठाया।

विधायक मिश्रा ने प्रश्न में बताया कि इस भूमि के लिए मेसर्स ब्रिक्स मेल्स प्रायवेट लिमिटेड ने निविदा ऑफर 1511 करोड़ 11 लाख रुपये दिया था,जिसे निरस्त कर समदड़िया बिल्डर को मात्र 121 करोड़, 93 लाख रुपये में यह भूमि दे दी गई।

मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उत्तर में विधायक मिश्रा के दावे को खारिज करते हुए बताया कि इस भूमि के लिए विस्टा सेल्स प्रायवेट लिमिटेड मुंबई की दर 1511.11 करोड़ शासन द्वारा स्वीकृत की गई थी, परंतु इस कंपनी द्वारा अनुबंध नहीं करने पर उसकी धरोहर राशि राजसात की गई। इसके बाद पांच निविदा आमंत्रित की गई, जिसमें कोई बिड प्राप्त नहीं हुई।

छटवें आमंत्रण में समदड़िया बिल्डर्स की एकल बिड 76.52 करोड़ ऑपसेट मूल्य पर 76 करोड़ मूल्य के विरुद्ध प्राप्त हुई। प्रश्नकाल के दौरान इस विषय पर उत्तर के दौरान कांग्रेस विधायक अजय सिंह ने कहा कि जिस तरह समदड़िया ग्रुप को रीवा में उपकृत किया जा रहा है, पूरा शहर समदड़िया समूह को सौंप दिया है।

रीवा शहर का नाम समदड़िया शहर किया जाना चाहिए, क्योंकि यह यहां रहने वाले सभी लोगों की मांग है, इस पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए।

मप्र नगर तथा ग्राम निवेश संशोधन विधेयक पेश

मप्र विधानसभा के बजट सत्र के की पांचवीं बैठक में सोमवार को नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश संशोधन विधेयक पेश किया। इससे पहले प्रश्नकाल, ध्यानाकर्षण पर चर्चा और बाद में बजट पर चर्चा हुई।

जबलपुर हत्याकांड में पीड़ितों को नौकरी की मांग

जबलपुर के पाटन थाना क्षेत्र के टिमरी गांव में विगत 27 जनवरी को हुई दो सगे भाइयों सतीश पाठक, मनीष उर्फ चंदन, रिश्तेदार समीन और अनिकेत दुबे की हत्या के मामले में धाराएं बढ़ाने एवं पीड़ित परिवार को सहायता की मांग का मामला विधायक लखन घनघोरिया ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से उठाया।

मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने उत्तर में कहा कि प्रकरण ऐसी धाराओं में दर्ज है, जिनमें फांसी तक की सजा का प्रावधान है, इसलिए धारा बढ़ाए जाने का औचित्य नहीं है। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधायक अभिलाष पाण्डे ने घटना में पीड़ितों के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए मंत्री की बात का समर्थन किया।

विधायक गोपाल भार्गव ने आर्थिक सहायता की मांग की। विधायक घनघोरिया ने सहानुभूति पूर्वक पीड़ित परिवार की महिलाओं को सरकारी नौकरी की मांग की। उधर, विधायक रामेश्वर शर्मा ने उनके क्षेत्र के एक शासकीय महाविद्यालय को भवन उपलब्ध कराने का मामला उठाया।

सत्र में पहली बार विधानसभा पहुंचे कमलनाथ

मप्र विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने के बाद सोमवार को पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री एवं छिंदवाड़ा विधायक कमलनाथ विधानसभा पहुंचे। उन्होंने मऊगंज में सहायक उप निरीक्षक की हत्या और इंदौर में वकील-पुलिस झड़प पर कहा कि मध्यप्रदेश कानून अव्यवस्था और भ्रष्टाचार की राजधानी बन चुका है। पूरा देश मध्यप्रदेश की ओर देख रहा है।

मंडला मुठभेड़ मामले की होगी न्यायिक जांच, मृतक की पत्नी को मुख्यमंत्री ने दी 10 लाख सहायता

विगत 9 मार्च को मंडला जिले की बिछिया तहसील के ग्राम खटिया के निवासी हीरन सिंह परते की मृत्यु पुलिस मुठभेड़ में मृत्यु हो गई थी। वहीं पुलिस इस मुठभेड़ को फर्जी बता रही है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कलेक्टर मंडला के माध्यम से इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश भी दिए गए हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने मृतक की पत्नी श्रीमती बिसरो बाई परते को मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान मद से 10 लाख रूपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की है। 

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