तरुण चुघ का आप और कांग्रेस पर तीखा प्रहार: दिल्ली के लुटेरों की अब पंजाब पर नजर।

अनीता चौधरी, नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने स्वदेश के साथ अपने एक विशेष साक्षात्कार में, दिल्ली और पंजाब की सियासत को लेकर गंभीर आरोप लगाया है । अपनी बात-चीत के दौरान तरुण चुघ ने आम आदमी पार्टी (आप) और इसके नेताओं, खासकर अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर जमकर निशाना साधा। बातचीत की शुरुआत में ही उन्होंने सवाल उठाते तीखा हमला बोलते हुए कहा कि "दिल्ली को लूटने वाले लुटेरे अब पंजाब को लूटने की योजनाएं बना रहे हैं।"
पंजाब में आप का 'दिल्ली कनेक्शन'
चुघ ने आरोप लगाया कि दिल्ली में अपनी साख और सत्ता खो चुके आप नेता अब पंजाब को अपना नया ठिकाना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, "अरविंद केजरीवाल पहले से ही पंजाब में बैठे थे, अब मनीष सिसोदिया भी वहां पहुंच गए हैं। दिल्ली के बेरोजगार हुए नेता अब पंजाब में अतिथि बनकर बैठ गए हैं।" उनका इशारा साफ था कि आप की हार के बाद इसके नेता पंजाब की चुनी हुई सरकार को कठपुतली की तरह इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। चुघ ने तंज कसते हुए कहा, "पंजाब के अधिकारी और जनता हाथ जोड़कर पूछ रही है- अतिथि कब जाओगे?"
उन्होंने यह भी दावा किया कि पंजाब का मुख्यमंत्री कार्यालय अब दिल्ली से आए नेताओं से भर गया है। चुघ ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा, "दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का पीए वैभव कुमार अब पंजाब के मुख्यमंत्री का पीए बन गया है।" उनके मुताबिक, केजरीवाल न सिर्फ पंजाब सरकार के अधिकारियों को सीधे निर्देश दे रहे हैं, बल्कि सरकारी संसाधनों का भी जमकर दुरुपयोग कर रहे हैं। चुघ ने इसे "पंजाब की तरक्की में रोड़ा" करार दिया।
दिल्ली की लूट, पंजाब की बारी
तरुण चुघ ने आप पर हमला तेज करते हुए कहा कि दिल्ली में भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे केजरीवाल और उनकी टीम को अदालत ने भी प्राइम फेसी गिल्टी माना है। उन्होंने कहा, "जमानत पर छूटे ये लोग अब पंजाब को अपना नया अड्डा बना रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में जाने से जिन्हें अदालत ने रोका था, वे आज पंजाब की सरकार को नचा रहे हैं।" चुघ ने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार इन "दिल्ली के बेरोजगार नेताओं" की आवभगत में जुटी है, जिससे राज्य के संसाधनों का दुरुपयोग हो रहा है।
भगत सिंह और अंबेडकर के नाम पर राजनीति
साक्षात्कार के दौरान उन्होंने केजरीवाल के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने बीजेपी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से भगत सिंह की तस्वीरें हटाने का आरोप लगाया था। इस पर चुघ ने पलटवार करते हुए कहा, "भगत सिंह और डॉ. भीमराव अंबेडकर हमारे लिए नायक हैं। ये 140 करोड़ भारतीयों के दिलों में बसते हैं। हमें केजरीवाल के नकली सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं।" उन्होंने दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय में आज भी इन महापुरुषों की तस्वीरें मौजूद हैं। चुघ ने केजरीवाल पर ओछी राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा, "अपनी गिरती साख बचाने के लिए वे महापुरुषों के नाम का सहारा ले रहे हैं। उन्हें शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।"
केजरीवाल ने कोई वादा पूरा नहीं किया
चुघ ने केजरीवाल के दस साल के शासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनकी सरकार ने कोई ठोस काम नहीं किया। उन्होंने कहा, "सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप लगाने के सिवा केजरीवाल ने कुछ नहीं किया। अन्ना हजारे तक ने कह दिया कि केजरीवाल ने एक भी वादा पूरा नहीं किया।" चुघ के इस बयान ने आप की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।
पंजाब की जनता का सवाल: अतिथि कब जाओगे?
साक्षात्कार के अंत में तरुण चुघ ने एक बार फिर आप नेताओं पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पंजाब की जनता और अधिकारी इन "दिल्ली से आए मेहमानों" से तंग आ चुके हैं। चुघ ने साफ शब्दों में कहा, "पंजाब सरकार को चाहिए कि वह दिल्ली के इन बेरोजगार नेताओं की आवभगत छोड़कर राज्य के विकास पर ध्यान दे।"
राहुल गांधी पर तरुण चुघ का तीखा हमला:
देश की वरिष्ठ पत्रकार अनिता चौधरी ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ से एक तीखी और विचारोत्तेजक बातचीत की। इस साक्षात्कार में चुघ ने विपक्षी नेताओं, खासकर आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। यह साक्षात्कार राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, वादों की हकीकत और भारत की मौजूदा चुनौतियों पर एक गहरी नजर डालता है।
केजरीवाल के आरोपों का जवाब
हमने सबसे पहले चुघ से आप नेता अरविंद केजरीवाल के उस आरोप पर सवाल किया, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर महिलाओं को 2500 रुपये देने का वादा पूरा न करने का आरोप लगाया था। जवाब में तरुण चुघ ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, "मोदी की गारंटी का मतलब है गारंटी पूरा होने की गारंटी।" उन्होंने केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि दिल्ली में अभी उनकी सरकार को 37 दिन भी पूरे नहीं हुए और वह सवाल उठा रहे हैं, जबकि पंजाब में आप की सरकार को 37 महीने हो गए, लेकिन वहां किए गए वादे—किसानों को एमएसपी पर टॉपअप, कर्ज माफी, महिलाओं को 1100 रुपये और हर घर को नौकरी—आज तक पूरे नहीं हुए। चुघ ने आप की पंजाब सरकार को "निठल्ली, नसुखिया, नासमझ और नालायक" करार देते हुए कहा कि पंजाब दर्द से कराह रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने "आका" केजरीवाल की खातिरदारी में व्यस्त हैं।
राहुल गांधी पर हमला: "मंद बुद्धि बालक"
इस सवाल पर कि हुल गांधी ने जंतर-मंतर पर छात्रों से संवाद में बीजेपी पर बेरोजगारी और छात्रों के मुद्दों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। इस पर चुघ ने राहुल को "मंद बुद्धि बालक" कहकर तंज कसा और दावा किया कि न तो उनकी पार्टी और न ही जनता उन्हें गंभीरता से लेती है। उन्होंने कहा, "जो भी बोलते हैं, झूठ बोलते हैं। इटली का चश्मा लगाकर भारत को देखेंगे तो कुछ दिखेगा नहीं।" चुघ ने राहुल पर संविधान और भारतीय संस्थानों का अपमान करने का आरोप लगाया।
तरुण चुघ ने राहुल गांधी से यह भी पूछा कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने संविधान बदलने और एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण को मुस्लिमों को देने की बात कही, लेकिन राहुल इस पर चुप क्यों हैं? उन्होंने इसे कांग्रेस की दोहरी नीति करार दिया।
शिक्षण संस्थानों पर आरएसएस का कब्जा?
जब हमने राहुल के उस आरोप को तरुण चुग के सामने रखा , जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने शिक्षण संस्थानों पर कब्जा कर लिया है। चुघ ने इसे "मानसिक दिवालियापन" करार देते हुए कहा कि सभी नियुक्तियां नियमों के तहत होती हैं और विद्वान लोग ही इन पदों पर बैठते हैं। उन्होंने राहुल पर देश, उसके संस्थानों और संविधान का मजाक उड़ाने की आदत का आरोप लगाया। चुघ ने तंज कसते हुए कहा, "इटली का चश्मा उतारिए, तब आपको बढ़ता हुआ भारत, विकसित भारत और आगे बढ़ती शिक्षा निधि दिखाई देगी।"