सूतक लगते ही मंदिरों के पट हुए बंद, ना पूजा-अर्चना हुई और ना ही खीर का भोग लगा
शरद पूर्णिमा का पर्व रविवार को मनाया जाएगा
ग्वालियर। आश्विन मास शुक्ल पक्ष शरद पूर्णिमा के दिन शनिवार को खण्डग्रास चन्द्रग्रहण के कारण सायं 4:05 बजे सूतक लगने से पहले शहर के सभी मंदिरों के पट बंद हो गए और भगवान को कपड़े से ढक दिया। इस दौरान ना ही मंदिरों में पूजा अर्चना हुई और ना ही पूर्णिमा के दिन भगवान को खीर का भोग लग सका।
भारत के अलावा यह ग्रहण एशिया, यूरोप, आस्ट्रेलिया, अफ्रीका एवं अमेरिका के पूर्वी भू-भाग में दिखाई दिया। सूतक काल के दौरान लोग भगवान का स्मरण करते रहे। रात्रिकाल में ग्रहण समाप्ति के बाद सुबह मंदिरों के पट खुलकर पूजा अर्चना हुई। वहीं शहर के कई मंदिरों में शरद पूर्णिमा का पर्व रविवार को मनाया जाएगा और भगवान को खीर का भोग लगाया जाएगा।