18 साल बाद सूर्य-राहु की युति से बनेगा ग्रहण योग, 3 राशियों के जातकों की बढ़ाएगा परेशानी
वेबडेस्क। मार्च के महीने में ही 18 साल बाद राहु-सूर्य का संयोग बनने जा रहा है। 14 मार्च को मीन राशि में राहु और सूर्य की युति बनने जा रही है। ज्योतिष में राहु-सूर्य की युति को अशुभ माना गया है। मीन राशि में इन दोनों ही ग्रहों की युति से ग्रहण योग का निर्माण होने जा रहा है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, 14 मार्च को बनने जा रहा ग्रहण योग से कुछ राशि के जातकों को ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि वैदिक ज्योतिष में सूर्य और राहु ग्रह का विशेष महत्व है। ज्योतिष में जहां सूर्य को राजा का दर्जा हासिल है वहीं राहु को पापी और छाया ग्रह माना जाता है। जब सूर्य- राहु की युति होती है तो इसका बुरा प्रभाव सभी राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर भी पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी दो ग्रह किसी राशि में गोचर करते हैं तो शुभ और अशुभ दोनों ही तरह का प्रभाव देखने को मिलता है। सूर्य हर एक महीने में अपनी राशि बदलते हैं वहीं राहु उल्टी चाल से चलते हुए 18 महीनों के बाद अपनी राशि बदलते हैं।
राशियों पर प्रभाव -
तुला राशि -
तुला राशि के जातकों के लिए 14 मार्च को बनने वाला ग्रहण योग नुकसान करा सकता है। सूर्य-राहु की यह युति राशि से छठे भाव में बनेगी। ऐसे में आने वाला समय में रोग, बाधा, असफलता और शत्रु भय ज्यादा रहेगा। ग्रहण योग से धन हानि हो सकती है। वाद-विवाद पनप सकता है और कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। मानसिक तनाव के कई कारण पैदा हो सकते हैं।
सिंह राशि -
सिंह राशि के लोगों के लिए नकारात्मक परिणाम दे सकता है। यह ग्रहण योग अष्टम भाव में होगा। ऐसे में स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। कार्यों में बाधाएं आ सकती हैं। धन हानि होने से आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो सकती है। कार्यक्षेत्र में साथियों के साथ किसी काम को लेकर बहसबाजी होने की आशंक हैं। जीवनसाथी संग मनमुटाव होने से मन दुखी रहेगा।
कुंभ राशि -
ग्रहण योग बनने से कुंभ राशि के जातकों को ज्यादा सावधान रहने की जररूत है। व्यापार में हानि और नौकरी में परेशानियां आ सकती हैं। यह ग्रहण योग कुंडली के 12वें स्थान पर बनेगा। बेफिजूल के खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। जमीन-जायदाद के मामले में कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ सकते हैं। मान-सम्मान को ठेस पहुंच सकती है।