रामनवमी 2025: इस रामनवमी बन रहा दुर्लभ संयोग, महज़ इन तीन उपायों से चमक जाएगी क़िस्मत

Update: 2025-04-05 03:01 GMT
इस रामनवमी बन रहा दुर्लभ संयोग, महज़ इन तीन उपायों से चमक जाएगी क़िस्मत
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सनातन धर्म में राम नवमी और दुर्गा अष्टमी महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। यह नवरात्रि का आखिरी दिन होता है जिसमें मां सिध्दिदात्री का पूजन किया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार चैत्र नवरात्रि के नवमी के दिन भगवान श्रीराम के अवतरण दिवस के रूप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन सभी लोग अपने घरों में हवन व पूजा - पाठ करते हैं।

राम नवमी कब है?

इस बार राम नवमी 5 अप्रैल की शाम 7 बजकर २७ मिनट से शुरू होगी और 6 अप्रैल को शाम 7 बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगी। इस तरह उदयातिथि की मान्यता के अनुसार राम नवमी 6 अप्रैल को मनाई जाएगी।

इस नवमी बन रहे शुभ संयोग

इस नवमी पर पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग बन रहा है। इसके अलावा मालव्य राजयोग, सर्वार्थ सिद्धि सुलक्ष्मी योग व बुधादित्य राजयोग का भी निर्माण हो रहा है। इस दिन संपत्ति और सोना खरीदने के लिए शुभ माना जाता है। इस शुभ नक्षत्रों में कुछ उपाय करने से भक्तों की मनोकमानाएं पूरी होती हैं।

बालकांड का पाठ करना

राम नवमी के दिन सुबह के समय स्नान करने के बाद भगवान श्रीराम की विधि-विधान से पूजा करते हैं। इसके बाद उनके श्रृंगार व आरती करने के बाद उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं। इसके बाद वहां बैठकर बालकांड का पाठ करें। इससे आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी और भगवान राम ख़ुश हो जाएंगे।

दाल गुड़ का दान करना

राम नवमी के दिन राम मंदिर में जाकर सवा किलो चने की दाल व गुड़ का दान करना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान राम ख़ुश होते हैं और यही नहीं श्रृध्दाभाव के साथ पूजा करने से मनचाहा सफलता मिल सकती है।

तुलसी माला करें अर्पित

विष्णु के अवतार भगवान राम को तुलसी बहुत प्रिय लगती है। ऐसे में अगर राम नवमी के दिन श्रीराम को तुलसी के 108 पत्तों पर राम लिखकर उसकी माला अर्पित करें तो इससे आपकी सारी मनोकामना पूरी होती है।

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