कोलकाता। चुनावी भाषण में सहूलियत बरतने के चुनाव आयोग के निर्देशों के बावजूद नेताओं की जुबान पर लगाम नहीं लग रही है। मंगलवार को पुरुलिया में जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी को डकैतों की पार्टी करार दिया है।
जनसभा में ममता बनर्जी ने कहा कि हमारी सरकार ने इस इलाके में पानी की समस्या को दूर कर दिया है, अभी जो 100 दिन का काम दिया जा रहा है उसे 200 दिन में बदला जा सकता है। ममता ने आरोप लगाया कि जमशेदपुर में आदिवासियों की जमीन पर भाजपा के लोगों ने कब्जा जमा लिया। ममता ने कहा कि भाजपा सिर्फ झूठे वादे करती है, क्या किसी को 15 लाख रुपये मिले? उन्होंने यहां तक कहा कि भाजपा मीरजाफर और डकैतों की पार्टी है। भाजपा शासित राज्यों में कानून व्यवस्था की बदहाली का जिक्र करते हुए ममता ने कहा यूपी में आज क्या हो रहा है, महिलाओं और दलितों की हालत यूपी में खराब है।
बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि दो महीने के बाद हर किसी के घर पर राशन भेजा जाएगा, ऐसे में हमारी सरकार बनाने के लिए वोट दें। अगर तृणमूल जीतती है तो एससी-एसटी महिलाओं को 1000 रुपये की आर्थिक मदद और सामान्य जाति की महिलाओं को 500 रुपये की मदद दी जाएगी। तृणमूल सुप्रिमो ने यहां ऐलान किया कि बंगाल में हमारी सरकार आने पर छात्रों को दस लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा, जिसपर कोई ब्याज नहीं लिया जाएगा। गौर हो कि बंगाल में पहले चरण के लिए 27 मार्च को वोट डाले जाने हैं। ऐसे में दोनों ओर से प्रचार तेज़ हो गया है। एक तरफ ममता बनर्जी ने पुरुलिया में रैली को संबोधित किया, तो वहीं अमित शाह ने गोसाबा में चुनावी सभा की। शाह ने भी बंगाल में परिवर्तन का आह्वान किया है।