कोलकाता। पश्चिम बंगाल में रामनवमी के दिन से भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार देर रात हुगली के रिसड़ा स्टेशन क्षेत्र में नए सिरे से भड़की हिंसा का ट्रेनों के संचालन पर भी असर पड़ा है। रात 9:30 बजे के करीब रिसड़ा स्टेशन के चार नंबर रेल गेट के पास बमबारी, आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गई। इसकी वजह से कोन्ननगर से लेकर हावड़ा तक सभी ट्रेनों को रोक दिया गया। इधर श्रीरामपुर से लेकर बर्धमान तक ट्रेनों को रोकना पड़ा।
इसी बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस आज हुगली पहुंच गए है। उन्होंने सोमवार को जिस रेलवे स्टेशन पर पथराव हुआ, वहां का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि हुगली में हुई हिंसा का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिनों से जो घटनाएं यहां हो रही है हम इससे अवगत हैं, यह घटनाएं बिल्कुल ही सहनीय नहीं है। पूरी घटना में सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे। हम बंगाल के लोगों के साथ हैं, हम एकजुट हैं और एकजुटता के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहेंगे। उन्होंने पुलिस कर्मियों से भी कार्रवाई को लेकर चर्चा की।
दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयानों को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि रामनवमी का जुलूस पांच दिनों तक क्यों निकाला जाएगा? आप ऐसी रैलियां उस दिन निकाल सकते हैं जिस दिन यह मनाया जाता है। हमें कोई आपत्ति नहीं होगी। लेकिन अपने साथ हथियार लेकर न जाएं। मुसलमान रमजान में कोई गलत काम नहीं करते।