भोपाल। गायों की भूख और सड़क हादसों में होने वाली मौतों से उनकी सुरक्षा की मांग को लेकर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा बीते दो दिन से अपने मीनाल रेसीडेंसी स्थित घर के बरामदे में अनशन कर रहे थे। शनिवार को वे धरने के लिए दंडवत करते हुए मुख्यमंत्री निवास के लिए रवाना हुए, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और अपने साथ लेकर चली गई।
दरअसल, मिर्ची बाबा गो-माताओं की सुरक्षा की मांग को लेकर बीते गुरुवार को मीनाल रेसीडेंसी से मुख्यमंत्री निवास पर पैदल यात्रा निकाल रहे थे, लेकिन उनके घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई और पुलिस ने उन्हें घर के बाहर ही रोक दिया। इससे नाराज होकर मिर्ची बाबा घर के बरामदे में ही अनशन पर बैठ गए। मिर्ची बाबा का कहना है कि गो-माता की रक्षा के लिए प्राण भी त्यागने पड़ें तो भी वे पीछे नहीं हटेंगे। बाबा ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि प्रदेश में गो-माताओं की रक्षा की जाए। उनके लिए चारे व भूसा की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। हर गोमाता के हिसाब से सरकार रोजाना 50-50 रुपये स्वीकृत करे।
इन्हीं मांगों को लेकर मिर्ची बाबा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुलाकात कर बातचीत करना चाहते हैं। इसके लिए वे शनिवार को दोपहर में पैदल मार्च करते हुए मुख्यमंत्री आवास के लिए रवाना हो गए। इसी बीच वे सड़क पर दंडवत करते हुए हुए भी चल रहे थे। जब मिर्ची बाबा राजभवन के पास पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और अपने साथ ले गई। मिर्ची बाबा के सहयोगी गोपाल ने बताया कि पुलिस बाबा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से नहीं मिलने दे रही है। बाबा एक बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर प्रदेश में हो रही गो-माताओं की मौतों पर चर्चा करनी है।