गोपनीय चरित्रावली देरी से लिखने वालों की बिगड़ेगी 'सीआर: जीएडी का आदेश, हर प्रतिवेदक को समय सीमा में देनी होगी ग्रेडिंग…

विशेष संवाददाता, भोपाल: प्रदेश में अब अधिकारी एवं कर्मचारियों की गोपनीय चरित्रावली (सीआर) समय-सीमा के भीतर लिखी जाएगी। देरी से सीआर लिखने वाले अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। यहां तक कि गोपनीय चरित्रावली देरी से लिखने, समीक्षक और स्वीकारकर्ता अधिकारी की सीआर भी बिगड़ सकती है।
इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। जिसके तहत किसी भी शासकीय सेवक की सीआर लिखने से लेकर स्वीकार कार्य की पूरी प्रक्रिया 31 दिसंबर तक पूरी हो जाना चाहिए।
सामान्य प्रशासन विभाग ने शासकीय सेवकों की वर्ष 2024-25 की गोपनीय चरित्रावली लिखने के संबंध में समय-सीमा निर्धारित की है। जिसके तहत 31 दिसंबर की स्थिति में सभी एसीआर संधारण विभाग के संरक्षण में संधारित की जाएंगी। इसके बाद कोई भी टिप्पणी अभिलिखित नहीं की जाएंगी।
ऐसी स्थिति में सीआर की ग्रेडिंग से लेकर समीक्षा एवं स्वीकार करने के स्तर को बाधित माना जाएगा। ऐसे प्रकरणों में पदोन्नति समिति द्वारा संबंधित अधिकारी, कर्मचारी की सीआर का स्वमूल्यांकन के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। साथ ही समय सीमा के भीतर गोपनीय प्रतिवेदन नहीं लिखने वाले प्रतिवदेक, समीक्षक, स्वीकारकर्ता अधिकारियों के लिए दोषी मानते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही दोषी अधिकारी के गोपनीय प्रतिवेदन में इसका उल्लेख किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारियों की हर साल उनके कार्य व्यवहार के आधार पर उच्चधिकारी द्वारा गोपनीय चरित्रावली (सीआर) लिखी जाती है। जिसके आधार पर शासकीय सेवक के भविष्य में पदोन्नति एवं वेतन-भत्ते तय होते हैं। सीआर बिगड़ने पर पदोन्नति एवं वेतनवृद्धियां तक रुक जाती हैं।
सीआर लिखने की समय-सीमा
- 30 अप्रैल तक शासकीय सेवक को सीआर लिखने का फॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा।
- 30 जून तक सेल्फ असेंसमेंट प्रस्तुत करना होगा।
- प्रतिवेदन को 31 अगस्त तक गोपनीय प्रतिवदेन में ग्रेडिंग करना होगी।
- 30 सितंबर तक समीक्षक द्वारा प्रतिवदेन में ग्रेडिंग करना होगी।
- अंत में 30 नवंबर तक स्वीकारकर्ता द्वारा गोपनीय प्रतिवेदन में ग्रेडिंग देना होगी।
- यदि संबंधित शासकीय सेवक ग्रेडिंग से संतुष्ट नहीं है तो फिर 1 महीने के भीतर गोपनीय प्रतिवेदन में अंकित तथ्यों के संबंध में तथा श्रेणी के उन्नयन के लिए अपना अभ्यावेदन प्रस्तुत कर सकेगा।
- समय सीमा में अभ्यावेदन प्रस्तुत नहीं करने की स्थिति में वार्षिक चरित्रावली अंतिम मान ली जाएगी।