इंदौर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई: 10 लाख की ई-सिगरेट जब्त, आरोपी गिरफ्तार...

Update: 2025-02-25 10:58 GMT

इंदौर: शहर में नशे के बढ़ते कारोबार पर नकेल कसते हुए इंदौर क्राइम ब्रांच ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से करीब 10 लाख रुपए मूल्य की प्रतिबंधित ई-सिगरेट जब्त की है। आरोपी, जो भोपाल से ई-सिगरेट लाकर इंदौर के युवाओं को सप्लाई कर रहा था, लंबे समय से इस अवैध कारोबार में लिप्त था।

मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई

इंदौर क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि महारानी रोड स्थित कॉस्मेटिक मार्केट में एक व्यक्ति अपने गोदाम से ई-सिगरेट की अवैध बिक्री कर रहा है। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने ब्यूटी विला नामक दुकान पर छापा मारा और वहां से उमेश नानिकशाही नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया।

पूछताछ में उमेश ने खुलासा किया कि वह यह ई-सिगरेट भोपाल के पंकज नामक व्यक्ति से लाता था और फिर शहर के विभिन्न दुकानों और पार्लरों में सप्लाई करता था। आरोपी ने यह भी बताया कि वह यह कारोबार लंबे समय से चला रहा था और इसे गोपनीय तरीके से संचालित कर रहा था।

गोदाम से भारी मात्रा में ई-सिगरेट और हुक्का फ्लेवर बरामद

क्राइम ब्रांच ने जांच के दौरान पाया कि आरोपी ने रानीपुरा मार्केट में एक गुप्त गोदाम बना रखा था, जहां वह बड़ी मात्रा में ई-सिगरेट का स्टॉक छिपाकर रखता था। जब पुलिस ने इस गोदाम पर छापा मारा, तो वहां से करीब 500 पैकेट ई-सिगरेट और 1,000 से अधिक हुक्का फ्लेवर बरामद किए गए।

इसके अलावा, पुलिस ने जांच में यह भी पाया कि आरोपी ने नई बागड़ इलाके की एक बिल्डिंग में भी ई-सिगरेट छिपाकर रखी थी। जब वहां छापा मारा गया तो एक और बड़ी खेप सामने आई। कुल मिलाकर, पुलिस ने आरोपी के पास से करीब 10 लाख रुपए मूल्य की प्रतिबंधित ई-सिगरेट और अन्य नशीले पदार्थ जब्त किए हैं।

शहरभर में करता था सप्लाई, प्रदेश से बाहर से मंगवाता था माल

क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार, उमेश नानिकशाही शहर के कई पान शॉप्स और पार्लरों में ई-सिगरेट की थोक सप्लाई करता था। वह इसे प्रदेश के बाहर से मंगवाता था और ऑर्डर मिलने पर खुद ही ग्राहकों को डिलीवरी करता था।

इस पूरे मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की बिक्री से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस अब उमेश के नेटवर्क को खंगाल रही है और इस बात की जांच कर रही है कि इसके तार और किन-किन शहरों तक जुड़े हैं।

ई-सिगरेट पर प्रतिबंध के बावजूद बढ़ता कारोबार

गौरतलब है कि भारत सरकार ने 2019 में ई-सिगरेट के उत्पादन, बिक्री और विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बावजूद, अवैध रूप से इसका कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिरकार प्रतिबंध के बावजूद ऐसे उत्पादों की बिक्री और खरीददारी कैसे हो रही है।

इंदौर पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि भोपाल से माल सप्लाई करने वाले पंकज नामक व्यक्ति के अलावा इस रैकेट में और कौन-कौन शामिल हैं।

पुलिस की चेतावनी – ई-सिगरेट बेचने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

क्राइम ब्रांच ने स्पष्ट कर दिया है कि शहर में नशे के किसी भी रूप को पनपने नहीं दिया जाएगा। पुलिस ने दुकानदारों और व्यापारियों को चेतावनी दी है कि यदि कोई भी प्रतिबंधित ई-सिगरेट या अन्य नशीले पदार्थों की बिक्री में लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। 

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