Cheteshwar Pujara Birthday: 37 साल के हुए चेतेश्वर पुजारा, 2024 में किया ऐसा काम जो हमेशा रहेगा याद, जानें
Cheteshwar Pujara Birthday: भारतीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा ने मैदान पर कई यादगार प्रदर्शन किए हैं, जो आज भी क्रिकेट प्रेमियों के जेहन में ताजा हैं। 25 जनवरी को अपना 37वां जन्मदिन मना रहे पुजारा ने न सिर्फ खेल में बल्कि मैदान के बाहर भी ऐसी मिसाल पेश की है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। एक टेस्ट मैच के दौरान, जब स्पिनर आर अश्विन की मां की तबीयत बिगड़ गई थी, तब पुजारा ने उन्हें उनसे मिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाद में अश्विन ने खुद इस घटना का जिक्र करते हुए पुजारा की सराहना की थी।
मां से मिलने के लिए कराई खास व्यवस्था
भारत और इंग्लैंड के बीच राजकोट टेस्ट 2024 के दौरान एक भावुक क्षण आया, जब दिग्गज स्पिनर आर अश्विन की मां की तबीयत अचानक बिगड़ गई। सिर में तेज दर्द के बाद वह बेहोश हो गईं। उसी दिन अश्विन ने अपने टेस्ट करियर के 500 विकेट पूरे किए थे और जश्न के माहौल में थे, लेकिन जैसे ही उन्हें अपनी मां की हालत का पता चला, उनकी खुशी गम में बदल गई।
अश्विन इस खबर से इतने आहत थे कि उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया और किसी से बात तक नहीं कर रहे थे। उनकी पत्नी ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को फोन किया, जिन्होंने अश्विन को तुरंत घर जाने की सलाह दी। हालांकि, ट्रांसपोर्ट की समस्या आ गई।
इसी मुश्किल घड़ी में चेतेश्वर पुजारा आगे आए। टीम में न होते हुए भी उन्होंने अश्विन की मदद के लिए तुरंत राजकोट से चेन्नई के लिए एक चार्टर्ड प्लेन की व्यवस्था करवाई। पुजारा की इस दरियादिली की बदौलत अश्विन अपनी मां से मिल पाए और जब स्थिति सामान्य हुई, तो उन्होंने मैच में वापसी कर गेंदबाजी भी की। अश्विन ने बाद में खुद इस घटना को साझा करते हुए पुजारा का आभार व्यक्त किया।
1.5 साल से टीम इंडिया से बाहर हैं पुजारा
चेतेश्वर पुजारा पिछले करीब 1.5 साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने आखिरी बार जून 2023 में भारत के लिए टेस्ट मैच खेला था, और अब कई लोग उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के खत्म होने की अटकलें लगा रहे हैं। हालांकि, पुजारा अभी भी हार मानने को तैयार नहीं हैं। वह रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए खेल रहे हैं और जोरदार कमबैक की कोशिश कर रहे हैं।
वनडे में फ्लॉप, लेकिन टेस्ट में लाजवाब करियर
पुजारा ने भारत के लिए 5 वनडे मैच खेले, लेकिन वह इसमें प्रभावित नहीं कर सके और सिर्फ 51 रन बना पाए। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड शानदार है। उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 43.60 की औसत से 7,195 रन बनाए हैं, जिसमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। उनके धैर्य और क्लासिक टेस्ट बल्लेबाजी की वजह से उन्हें भारतीय क्रिकेट का 'दीवार' भी कहा जाता है।