अब धोनी अकादमी के ऑनलाइन प्रोग्राम से खिलाड़ियों को मिलेगी जॅाब

Update: 2020-05-28 05:25 GMT

नई दिल्ली। लॉकडाउन में रोजगार के संकट के बीच एमएस धोनी अकादमी ऑनलाइन कोचिंग एजुकेशन प्रोग्राम चला रही है। ऑनलाइन कोचिंग कोर्स पास करने वालों को एमएस धोनी अकादमी में ही नौकरी का अवसर मिल सकता है। बरेली के क्रिकेटर भी इस कोर्स का लाभ उठा रहे हैं। लॉक डाउन ने खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों दोनों पर ही प्रभाव डाला है। स्कूलों में कोचिंग दे रहे प्रशिक्षकों की नौकरी पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। वहीं, खिलाड़ी या कोच आगे बढ़ पाएंगे जिनके पास ज्ञान का भंडार होगा। ऐसे में धोनी अकादमी छोटे-छोटे शहरों के युवाओं के लिए घर बैठे कोचिंग का मौका दे रही है।

अकादमी 15-15 दिनों का ऑनलाइन कोर्स करवा रही है। रोज दो घंटे का सेशन होता है। इसमें बैटिंग, बालिंग, फील्डिंग को विशेष रूप से सिखाया जा रहा है। इसके अलावा चोट से बचाव और सही डाइट की भी जानकारी दी जा रही है।

15 दिनों के कोर्स के बाद जब लॉकडाउन खुल जाएगा, तब खिलाड़ियों को ऑन ग्राउंड असेसमेंट और ट्रेनिंग के लिए बुलाया जाएगा। यह तीन दिन का सेशन होगा। इसके आधार पर खिलाड़ियों को नौकरी भी मिल सकती है। कोर्स पास करने वाले खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र भी मिलेगा। इसे पास करने के बाद बीसीसीआई के लेवल वन कोर्स को पास करना बेहद आसान होगा। कोर्स की फीस पांच हजार रुपये है।

आरका स्पोटर्स के एमडी मिहिर दिवाकर ने बताया कि एमएस धोनी अकादमी आधुनिक तकनीक की मदद से श्रेष्ठ प्रशिक्षकों को तैयार कर रही है। अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे मिहिर बताते हैं कि कोच एजुकेशन प्रोग्राम में बीसीसीआई से मान्यता प्राप्त कोच सत्रजीत लहिरी और मंदार दल्वी कोचिंग दे रहे हैं। कोचिंग के दौरान चाइल्ड प्रोटेक्शन, चाइल्ड साइकोलाजी, कम्युनिकेशन स्किल, अकादमिक मैनेजमेंट की जानकारी भी दी जा रही है। हमारा मकसद है कि हम योग्य कोच तैयार कर उन्हें अपनी ही अकादमियों में जाब दे सकें। यूपी में बरेली के साथ ही लखनऊ, कानपुर, मोदीनगर और नोएडा में हमारे सेंटर चल रहे हैं। पूरे देश में इनकी संख्या 15 है। लॉकडाउन के बाद यह संख्या 40 होने वाली है।

बरेली में एमएस धोनी अकादमी के चीफ कोच अमरजीत सिंह सोनकर ने कहा कि लॉकडाउन में ऑनलाइन कोचिंग शुरू की गई थी। अभी तक दो बैच पूरे हो चुके हैं। दो बैच और ट्रेनिंग ले रहे। इससे रोजगार के रास्ते भी खुलेंगे।

सीनियर क्रिकेटर राहुल कपूर ने बताया कि अभी कोर्स शुरू हुए दो दिन ही हुए हैं। घर बैठे ऐसा कोर्स करने को मिल रहा है जिसके लिए बड़े शहरों की दौड़ लगानी पड़ती। जूम एप के जरिए कोचिंग कराई जा रही है।

सीनियर क्रिकेटर अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि लॉकडाउन का इससे अच्छा सदुपयोग नहीं हो सकता था। ऑनलाइन ट्रेनिंग नए तरह का अनुभव है। बरेली जैसे शहर में यह सुविधा मिलना बड़ी बात है।

सीनियर क्रिकेटर ललित मोहन ने कहा कि ऐसा लग ही नहीं रहा है कि हम लोग आफ फील्ड सेशन ले रहे हैं। ऑनलाइन सेशन में काफी कुछ नई चीजें सीखने को मिल रही हैं। यह भविष्य में लाभकारी होंगी।

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