कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा में शुक्रवार को राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022- 23 का बजट पेश किया है। वित्त मंत्री चन्द्रिमा भट्टाचार्य ने दोपहर 2 बजे से बजट पेश किया है। केंद्र की योजनाओं को नाम बदलकर राज्य सरकार की अपनी बताने के खिलाफ भाजपा के विधायकों ने सदन से वाकआउट किया।
वित्त मंत्री चन्द्रिमा भट्टाचार्य ने दो करोड़ रुपये घाटे का बजट पेश किया है। मंत्री ने दावा किया है कि महामारी की वजह से घाटे का बजट है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि अगले चार सालों में पश्चिम बंगाल में एक करोड़ 30 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। शिक्षा, स्वास्थ्य और आम लोगों के लिए उन्होंने कई महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की है।
राज्य विधानसभा में बजट पेश करने वाली वह पहली महिला वित्त मंत्री बन गई हैं। इसके पहले वित्त वर्ष 2021 में तत्कालीन वित्त मंत्री अमित मित्रा की तबीयत खराब हो जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बजट पेश किया था लेकिन वह मुख्यमंत्री के रूप में थीं। शुक्रवार को विधानसभा में वित्त मंत्री चन्द्रिमा भट्टाचार्य जब बजट पेश करने के लिए खड़ी हुईं तब भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने विरोध प्रदर्शन और हंगामा शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने नारेबाजी शुरू कर दी।
केंद्र की योजनाओं का नाम बदला -
शुभेन्दु का आरोप है कि केंद्र की योजनाओं का नाम बदलकर राज्य सरकार अपना बता रही है। यह नहीं चलेगा। शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने जबरदस्त हंगामाकर सदन से वाकआउट कर दिया है।