इस्तीफा के बाद घरवापसी: चंद घंटों बाद मुड़े और विचार परिवार में लौटे विपिन सिंह गौर, बोले….
हरदोई। भारतीय जनता पार्टी जिलाध्यक्ष पद के दावेदार रहे विपिन सिंह गौर ने रविवार को अजीत सिंह बब्बन के नाम का एलान होने के बाद खुद को पार्टी से अलग कर लिया था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भाजपा संगठन में अपने योगदान को स्मरण कराते हुए उन्होंने नेतृत्व के निर्णय पर निराशा जताई थी।
फेसबुक एकाउंट पर लिखा था, मैंने आज तक जो भी कार्य किया पूरी निष्ठा व ईमानदारी के साथ किया, मैंने वह जिम्मेदारी कभी नहीं ली जो मैं निर्वहन न कर सकूं, 1993 से लेकर आज तक मुझे जो काम दिया गया पूरी निष्ठा ईमानदारी से किया, लेकिन विगत 4 वर्षों से सामाजिक जीवन में परिस्थितिजन्य पारिवारिक जिम्मेदारियां के बढ़ जाने के कारण अब किसी राजनीतिक दल की जिम्मेदारी निभाने में अपने आप को असमर्थ पा रहा हूं, पार्टी के सच्चे/अच्छे कार्यकर्ता के रूप में आजीवन अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकूं, इसलिए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता व सभी दायित्व से अपने आप को मुक्त करता हूं, ईश्वर मेरी मदद करें।
अविनाश मिश्रा ने किया डैमेज कंट्रोल
लेकिन, दिन और तारीख बदलने से पहले विपिन सिंह गौर का रुख लचीला हुआ। पुरानी पोस्ट डिलीट कर नई पोस्ट में लिखा, भावनाओं में आकर फेसबुक पर निजी अभिव्यक्ति मेरे जैसे कार्यकर्ता के द्वारा हुई, जिससे पार्टी एवं विचार परिवार के कई कार्यकर्ताओं ने मुझसे कहा, यह उचित नहीं, अपनी भूल व अज्ञानता का मैं स्वयं क्षमा प्रार्थी हूं और सभी वरिष्ठ जनों के सुझाव व निर्देश को मानते हुए अपनी प्रतिक्रिया वापस लेता हूं, आजीवन पार्टी नेतृत्व जो निर्देश देगा, पूर्व की भांति पालन करता रहूंगा ...जय भोलेनाथ। बताते हैं, डैमेज कंट्रोल में प्रबुद्ध प्रकोष्ठ संयोजक अविनाश मिश्रा की अहम भूमिका रही।